STORYMIRROR

मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Romance

2  

मधुशिल्पी Shilpi Saxena

Romance

रुखे पन्ने सा इश्क़

रुखे पन्ने सा इश्क़

1 min
154

रुखे पन्ने सा इश्क़ तेरा 

मेरे दिल को तड़पाता है

जब चले कहीं बलखाती पवन

मेरे दिल को धड़काता है


जानूं मैं भी ये राज़ की बात

तू भी मुझ पर ही मरता है

जुबां से कभी कुछ कहता नहीं

रुखे पन्ने सा फड़कता है


अब तोड़ भी दो चुप्पी अपनी

माह-ए-इश्क़ में इज़हार करो

न ख़ुद तड़पो इस आग में तुम

न मेरे दिल को बेकरार करो



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance