रुक गया समय
रुक गया समय
रुक सी गई है ज़िन्दगी जैसे
रुक गया है यह समय जैसे
रुक गई पूरी दुनिया हो जैसे
रुक से गये हम सब है जैसे
पर चलने लगी मुक्त हवा ऐसे
उड़ने लगे परिंदे खुलकर ऐसे
पवित्र हो रहा नदी का पानी ऐसे
सुकूँ मिल रहा अब धरा को ऐसे
समय समझाना चाह रहा है जैसे
मत करो प्रकृति से खिलवाड़ ऐसे
वक़्त के साथ चलना तुम सिख लो
वक़्त को भी थोड़ा और वक़्त दो।
