ऋतुराज
ऋतुराज
ऋतुराज बसंत जब आते हैं
सुखद एहसास दिलाते हैं
नव पल्लवों से वृक्ष ढक जाते हैं
ऋतुराज बसंत जब आते हैं।
मां शारदे का पूजन कर
सौभाग्य सुख हम पाते हैं
ऋतुराज बसंत जब आते है।
आम्र वृक्ष मंजरियों से लद जाते हैं
सरसों के सुंदर पीले फूल
तन-मन को हर्षाते हैं
ऋतुराज बसंत जब आते हैं।
तन-मन में उमंग भर जाते हैं
सुखमय जीवन बनाते हैं
ऋतुराज बसंत जब आते हैं।
देख प्रकृति की छटा निराली
राग-रंग का उत्सव मनाते हैं
ऋतुराज बसंत जब आते है।