रंगोली
रंगोली
विभिन्न प्रान्तों में भिन्न नाम हैं मेरे
लेकिन भावना सब में है एक
संस्कृति परम्परा लोककला को
कभी न मिटने देना मेरा संदेश
सभी धर्म जाति में बनाई जाती
अनेक रंगो का मुझमें समावेश
धर्म जाति का कोई भेद न रखती
अनेकता में एकता मेरा संदेश
अनेक अवसरों पर मैं बनाई जाती
अनेक तरह से मैं सजाई जाती
घर द्वार आंगन में रौनक लाती
प्यार और सुमंगल संदेश दे जाती
फूल लकड़ी चावल और अन्न
बहुत चीजो से मै सजाई जाती
हर चीज की तरह मैं भी हूँ नश्वर
वर्तमान को सुखद और सुमंगल बनाओ
यही संदेश मैं जग को दे जाती
मैं आपकी प्यारी सुन्दर रंगोली
और अल्पना घर घर में कहलाती।
