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Neerja Sharma

Abstract

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Neerja Sharma

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रंगमंच

रंगमंच

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छोटा जीवन 

विशाल रंगमंच 

कई हैं पात्र।


सर्वश्रेष्ठ है

जो करे अभिनय

मनभावन।


पड़े प्रभाव

रहे अमिट छाप

दिल अज़ीज।


मिलना चाहे

हर इंसान उसे 

व्यक्ति विशेष।


कर्मों का फल

बना देता नर को

प्रभु समान।


रंगमंच में 

सर्वोत्तम बनाता

किरदार ही।


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