रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
प्यारा सा रक्षाबंधन का त्योहार आया,
भाई-बहन के रिश्तों का त्योहार आया।
श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि पर आया,
उमंग, हर्ष व उल्लास जो साथ में लाया।।
चारों ओर फैली हुई है हरियाली,
चंचल मन भी हर्षित प्रफुल्लित है।
बहनें, भाइयों के रक्षा का धागा बाँधने की राह को निहारती है,
भाई भी अपनी बहनों के आने वाले राह को निहारता रहता है।
प्यार व स्नेह का यह त्योहार, बचपन की यादों में ले जाता है,
हमारे बचपन याद आते ही सारे गम दुख दर्द गायब हो जाता है।।
इस शुभ अवसर पर जब अपने भाई,
बहनों की रक्षा करने का वचन जब लेते हैं।
सभी बहनें हर्षोल्लास के साथ भाई,
को झोली भर-भर कर खूब आशीष देती हैं।।
हमेशा ऐसे ही यह प्यार व स्नेह संसार में बना रहे....
