रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
विश्वास के धागे
और प्रेम के मोतियों से
सजी हुई होती है।
डोर का मजबूत होना
आवश्यक है अगर डोर
ही टूट जाएगी तो मोतियों
का बिखर जाना स्वभाविक है।
डोर यानि नींव,
यानि बुनियाद बहुत
मजबूत और गहरी बनाई
जाती है
क्योंकि उसी नींव पर
बुनियाद पर
वो जो सर्वप्रथम इट
रखी जाती है
वह पूजनीय होती है
क्योंकि उसी के ऊपर
सम्पूर्ण इमारत का
भार होता है
रिश्तों की कद्र कीजिए
अपनी बुनियाद को
कमजोर मत होने दीजिए
अगर बुनियाद हिल गई तो
रिश्तों रूपी इमारत का
क्या हाल होगा
आप समझ सकते हैं
अतः रिश्तों की माला
की डोर को मजबूत
और नींव को हिलने
मत दीजिए
रिश्तों की उम्र लम्बी
और प्रेममय रहेगी ।
