रिश्ता रौशन है
रिश्ता रौशन है
हम भोले भाले भारतीय
तुममें अटूट विश्वास
और इसी विश्वास के साथ
जीते हुये अपना जीवन
प्यार करते हुये
अपने परिवेश से
और जब जब हम पर
संकट आये
प्रकृति नये नये रूपों में
हमे मार्गदर्शक भेजती रही।
आज जब दुनिया भरी हुई है
मनुष्य प्रजाति को समाप्त कर
देने की शक्ति रखने वाले हथियारों से
एक विषाणु से फैली हुयी
महामारी से कांप रही है दुनिया
ठप्प है जन जीवन
कब कहाँ जीवन संक्रमित हो उठे
उस महामारी के विषाणु से
डरे हुए हम
कैद हैं अपने घरों में
ऐसे में प्रकृति खुद सक्रिय हो उठी है
हमारे लिए,हमारी सभ्यता के लिये
यकीनन मानव सभ्यता
एक ऐसे मोड़ पर खड़ी है
जहाँ जीवन के अतिरिक्त
सब कुछ महत्वहीन है
और इस रिश्ते की रौशनी में
आज हम भारतीय
दिये जला रहे हैं
हम सब अपनी कृतज्ञता ब्यक्त कर रहे है
उस शक्ति के प्रति
जिसने जीवन दिया है
जो जीवन का महत्व समझा रही है
जो जीवन को बचाने का सन्देश दे रही है।