रौशनी का सैलाब
रौशनी का सैलाब
ठीक है
थोड़ा ठहर कर
अंधेरे में
आँखों को अभ्यस्त कर लो
पर
यह उम्मीद ना करना कि
अभी आसमान में एक धमाका होगा
और रौशनी का सैलाब
तुम्हारी राहों में बिछ जायगी
तब तुम चलकर
मंज़िल तैय करोगे।
ठीक है
थोड़ा ठहर कर
अंधेरे में
आँखों को अभ्यस्त कर लो
पर
यह उम्मीद ना करना कि
अभी आसमान में एक धमाका होगा
और रौशनी का सैलाब
तुम्हारी राहों में बिछ जायगी
तब तुम चलकर
मंज़िल तैय करोगे।