1979 से निरंतर लेखन में संलग्न। अब तक ग्यारह पुस्तकें प्रकाशित। लगभग सभी विधाओं में लेखन और सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।
एक अनहोनी आहट से घबराया अवचेतन अवस्था को झेलता खड़ा है बस खड़ा है। एक अनहोनी आहट से घबराया अवचेतन अवस्था को झेलता खड़ा है बस खड़ा है।
फिर दुनिया उन दोनों के ताल्लुक़ात में क़यामत के आसार ढूंढे फिर दुनिया उन दोनों के ताल्लुक़ात में क़यामत के आसार ढूंढे
ना हिम्मत ही करते हैं कल को कुछ देने की ना हिम्मत ही करते हैं कल को कुछ देने की
और हाँ बस हाँ यही मेरी सार्थकता होगी। और हाँ बस हाँ यही मेरी सार्थकता होगी।
आज ही तुम्हारे महत्वाकांक्षाओं के प्रकाश उगे हैं। आज ही तुम्हारे महत्वाकांक्षाओं के प्रकाश उगे हैं।
तुम्हारे और तारों के बीच की दूरी असमंजस में पड़ जाओगे तुम्हारे और तारों के बीच की दूरी असमंजस में पड़ जाओगे
इस देश में भी बौद्धिकता का प्रतीक बनूगा या यूनानी-सा बुद्धिमानी दर्जा मिलेगा। इस देश में भी बौद्धिकता का प्रतीक बनूगा या यूनानी-सा बुद्धिमानी दर्जा...
ठीक है थोड़ा ठहर कर अंधेरे में आँखों को अभ्यस्त कर लो। ठीक है थोड़ा ठहर कर अंधेरे में आँखों को अभ्यस्त कर लो।
लक्ष्मण हमें लोकद्रोही और कोई कौशल्या अपने को दासी ना समझे। लक्ष्मण हमें लोकद्रोही और कोई कौशल्या अपने को दासी ना समझे।
आने वाली पीढ़ी अंधी ना पैदा हो तुम्हारी तरह आने वाली पीढ़ी अंधी ना पैदा हो तुम्हारी तरह