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Jyoti Verma

Abstract

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Jyoti Verma

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रौशनी_ए_चराग़

रौशनी_ए_चराग़

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रौशनी_ए_चराग़ तुम यूँ ही 

धीमे - धीमे जला करो 

इक मेरा नहीं, इक उसका नहीं 

तुम हर घर को रौशन किया करो!


ज्योति वर्म

तुम यूँ ही 


धीमे - धीमे जला करो 

इक मेरा नहीं, इक उसका नहीं 

तुम हर घर को रौशन किया करो



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