राष्ट्रप्रेम गीत (51)
राष्ट्रप्रेम गीत (51)
मुझसे दसखत कराओ,
मुझसे वोन्ड भराओ,
मां सुरक्षा में,
लड़ने जाऊंगा।
जाके दुश्मन को मारूं,
या खुद जा मारूं,
माँ का नाम,
अमर मैं कर जाऊंगा।।
जिसने आंखें दिखाई,
मेरी मात पर,
उसकी आंखें,
निकाल मैं लाऊंगा।
उसकी आंखों से जा,
मैं खेलूं गोटियाँ,
धक्का मार,
उसे मैं भगाऊंगा।।
छुपके आये जो दुश्मन,
मेरी भूमि पर,
पानी डूबा,
नहीं मैं छोड़ पाऊंगा।
जाके उसकी जलद में,
समाधि बनाऊँ,
सारी दुनिया को,
जा-जा बताऊंगा।।
जो गरजना करेंगे,
घर में घुसे ही,
सर्जिकल ऑपरेशन,
कर आऊंगा।
बोलने के नहीं मैं,
काबिल ही छोडूं।
मुंह जाके उन्हीं का,
सिल आऊंगा।।