राम ने ना की जात पात
राम ने ना की जात पात


हे राम
प्रभू मर्यादा पुरुषोत्तम राम
ना किये जात पात
सबरी के जुटे खाये
कृपालु प्रभु तु राम
प्रेम प्रीति सेवा करुणा से
निभाये कर्तव्य
मिटाये भेदभाव
दिये शिक्षा
मनुष्य में
हैं दो जात
ईश्वर के द्वारा निर्मित
ब्रह्माण्ड में
नारी और पुरुष !!
जात-पात कर्म से
नहीं होता
रोजगार के लिए
किये जाने वाले
कर्म
क्या जात है ?
कर्म से जड़ित नाम
क्या जाति है ?
उत्तर नहीं
किन्तु सत्ता स्वार्थ के लिए
नेता आज के
जात पात
चिल्ला रहे हैं
सर्वेक्षण कराये जा रहे हैं
जनमानस को बांट रहे
केवल राजनीतिक स्वार्थ के लिए
आज हैं कैसे राजनेता
इतना निर्लज्जता
जात तो गरीब है
मुख्य धारा में लाना तेरा कर्तव्य
और राजधर्म है !!
प्रभु मर्यादा पुरुषोत्तम राम के
द्वारा किए गये कर्म को
अपनायेंगे
प्रेम प्रीति समभाव रखेंगे
नहीं जात पात
गरीबों को
मुख्य धारा में लाने के लिए
हर सम्भव कोशिश करते रहेंगे
त्याग सेवा करुणा
जीवों के प्रति दया प्रेम भाव
रखेंगे हम मनुष्य
यही तो मानवता, मनुष्य कर्म है
मानव का सत्य धर्म है
यही सनातन है
शासन में
राजधर्म है !!