राम जी की लीला है निराली
राम जी की लीला है निराली
राम जी की लीला है निराली
पथर बनी अहिल्या बनी एक सुन्दर सी नारी
करते है प्रेम लीला राधा के साथ
करते है युद्ध रावण के साथ
बिछड़ों को मिलाते है
रूठों को मनाते है
दुश्मनो से बचाते है
हर एक नये रुप मे नइ लीला दिखाते है
बिगडे़ हुए काम बनाते है
राम बन सीता संग शादी करते है
तो कृष्ण बन राधा से प्रेम
कितने रुप बदलते है
राम जी की लीला है निराली
लेते है हर युग में नया रुप
दिवाना कर ही देते है
अहिल्या को शाप मुक्त कर देते है
कृष्ण बन मामा को सताते है
हनुमान संग लक्ष्मण को नया जीवन देते है
कितने रुप बदलते है
हर एक नये रुप मे नइ लीला दिखाते है
राम जी की लीला है निराली
