प्यार
प्यार
मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
नजरों को जो दीदार तुम्हारा मिल गया,
और किसी चीज की तमन्ना क्यों करुॅं
जब मुझे तेरी बाहों में सहारा मिल गया...
मुझको फिर वही सुहाना नजारा मिल गया,
नजरों को जो दीदार तुम्हारा मिल गया,
और किसी चीज की तमन्ना क्यों करुॅं
जब मुझे तेरी बाहों में सहारा मिल गया...