प्यार की भाषा
प्यार की भाषा
जो बदल ना सका खुद को
वो दुनिया बदलने चल पड़ा,
जिसने ना किया प्यार कभी,
वो प्यार की भाषा सीखा रहा।
जिसके है ना कोई आगे पीछे
वो परिवार चलाना सीखा रहा,
ईश्वर को ना दिल से माने
वो खूब प्रवचन है दे रहा।
लिखे पढ़े लोगो को यहां पर,
अनपढ़ आदेश है दे रहा
यहां काबिलियत को ठेंगा दिखा,
आरक्षण आगे है बढ़ रहा।