बोझ अपने आप का मत डाल कहारों पे क्यों भार बना है धरती पे औरों के इशारे पे। बोझ अपने आप का मत डाल कहारों पे क्यों भार बना है धरती पे औरों के इशारे पे।
आख़िर अब भी तो दुनिया में लोगों ने रंग रूप को ही ऊपर रखा है, आख़िर अब भी तो दुनिया में लोगों ने रंग रूप को ही ऊपर रखा है,
हर बाधा का कान मरोड़ा है। हर बाधा का कान मरोड़ा है।
जो जान पाऊं, उत्तकों में बसी काबिलियत को अपनी तो बनाने वाले, धन्यवाद कह दूँ तुम्हें मैं। जो जान पाऊं, उत्तकों में बसी काबिलियत को अपनी तो बनाने वाले, धन्यवाद कह दूँ ...
पर काबिलता कभी साथ नहीं छोड़ती वो तुम्हारे पास अन्तिम सांस तक रहेगी।। पर काबिलता कभी साथ नहीं छोड़ती वो तुम्हारे पास अन्तिम सांस तक रहेगी।।
'वो ख्वाब ही क्यों, जिनमे दुनिया हिलाने कि बात न हो ! वो ख्वाब ही क्यों, जिनमे हमारि ताकत का आभास न ... 'वो ख्वाब ही क्यों, जिनमे दुनिया हिलाने कि बात न हो ! वो ख्वाब ही क्यों, जिनमे ह...