प्यार की भाषा
प्यार की भाषा
प्रेम
ना हिंदी
ना
अंग्रेजी होता है।
सच तो यह है...?
प्रेम हर भाषा से,
ऊपर होता है।
प्रेम
शब्दों का कहां,
मोहताज होता है।
यह तो ,
जज्बों से बयां होता है।
यह अहसास,
बहुत खास होता है।
यह तो ,
हर रूह का प्राण होता है।
प्रेम
ना हिंदी
ना अंग्रेजी होता है।
लेकिन
यह और बात है।
हर किसी के हिस्से में,
यह कहां होता है।
यह अनंत तक,
जाने की राह होता है।
जिंदगी खूबसूरत हो जाती है।
जब किसी से,
किसी को प्यार होता है।
प्यार की दुनिया में,
नफरतों के लिए,
फिर कहां कोई स्थान होता है।
प्रेम
ना हिंदी,
अंग्रेजी होता है।
यह भाषा का ,
नही
भावों का भव्य भाव होता है।
जो दिल प्रेम से भरा होता है।
क्या ... बांटोगे
तुम सरहदों,
भाषाओं,
और इंसानों के नाम पर।
यह तो,
धरती से आसमां तक
बेशुमार होता है।
प्रेम
ना हिंदी
ना अंग्रेजी
यह हर भाषा से ऊपर होता है।