पुरी का रहस्य
पुरी का रहस्य


जय हो श्री जगन्नाथ की ,
जय हो पुरी वासियों की।
क्या अद्भुत है सागर उसका,
क्या सुंदर है रहस्य उसके।
कौन कह सकता है कैसे हुआ ये ?
जवाब दे सकता है कोई ,
कब हुआ ये?
क्या अद्भुत इसकी सुबह,
क्या अद्भुत इसकी श्याम।
जो प्रभावित करता पर्यटकों को ,
दिखाकर अपनी अद्भुत कला को।
पूरी है प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ के लिए,
पूरी होती है मन्नत जो मांगते लोग उनके लिए ।
जय हो उनकी कला,
धन्य हो उनकी लीला,जय हो श्री जगन्नाथ की ,
जय हो पुरी वासियों की।
क्या अद्भुत है सागर उसका,
क्या सुंदर है रहस्य उसके।
कौन कह सकता है कैसे हुआ ये ?
जवाब दे सकता है कोई ,
कब हुआ ये?
क्या अद्भुत इसकी सुबह,
क्या अद्भुत इसकी श्याम।
जो प्रभावित करता पर्यटकों को ,
दिखाकर अपनी अद्भुत कला को।
पूरी है प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ के लिए,
पूरी होती है मन्नत जो मांगते लोग उनके लिए ।
जय हो उनकी कला,
धन्य हो उनकी लीला।