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Saibalini Rayaguru

Inspirational

4.5  

Saibalini Rayaguru

Inspirational

पुरी का रहस्य

पुरी का रहस्य

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जय हो श्री जगन्नाथ की ,

जय हो पुरी वासियों की।

क्या अद्भुत है सागर उसका,

क्या सुंदर है रहस्य उसके।

कौन कह सकता है कैसे हुआ ये ?

जवाब दे सकता है कोई ,

कब हुआ ये?

क्या अद्भुत इसकी सुबह,

क्या अद्भुत इसकी श्याम।

जो प्रभावित करता पर्यटकों को ,

दिखाकर अपनी अद्भुत कला को।

पूरी है प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ के लिए,

पूरी होती है मन्नत जो मांगते लोग उनके लिए ।

जय हो उनकी कला,

धन्य हो उनकी लीला,जय हो श्री जगन्नाथ की ,

जय हो पुरी वासियों की।

क्या अद्भुत है सागर उसका,

क्या सुंदर है रहस्य उसके।

कौन कह सकता है कैसे हुआ ये ?

जवाब दे सकता है कोई ,

कब हुआ ये?

क्या अद्भुत इसकी सुबह,

क्या अद्भुत इसकी श्याम।

जो प्रभावित करता पर्यटकों को ,

दिखाकर अपनी अद्भुत कला को।

पूरी है प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ के लिए,

पूरी होती है मन्नत जो मांगते लोग उनके लिए ।

जय हो उनकी कला,

धन्य हो उनकी लीला।


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