पुराना मौसम
पुराना मौसम
आज अचानक कागज के कुछ पुराने टुकड़े मिले,
ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से मिले।
लिखावट वही जानीं पहचानी सी थीं,
दिल के करीब थे मेरी वही पुरानी कहानी थीं।
खो गए थे जो इस बड़ी महफ़िल में,
हमें वो हमारे पास ही महफ़ूज मिले।
आज अचानक कागज के कुछु पुराने टुकड़े मिले,
ऐसा लगा बरसों बाद वो हमें आज फिर से मिले।
