STORYMIRROR

Satish Chandra Pandey

Inspirational

4  

Satish Chandra Pandey

Inspirational

पुकार रही है भारतमाता

पुकार रही है भारतमाता

1 min
284

पुकार रही है भारतमाता

आप सभी संतानों को,

कलम उठा लो, खड़क उठा लो

ख़त्म करो हैवानों को।


बाहर-भीतर देश के दुश्मन,

जो उन्नति के बाधक हैं,

सामाजिक ताने-बाने को

तोड़ रहे जो कारक हैं।


लिखो उजागर करो उन्हें

सच्चाई को आगे लाओ,

कलम तुम्हारी खड़क बनेगी

धार तीव्र करके आओ।


कलम उठालो, खड़क उठालो

तभी देश उन्नत होगा,

वरना यह घुन भीतर – भीतर

हम सबको धोखा देगा।


साफ़ करो भीतर के दुश्मन

ख़त्म करो हैवानों को,

पुकार रही है भारतमाता

आप सभी संतानों को।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational