पर्यावरण
पर्यावरण
अहिंसा परमो धर्म
ना शरीर से ना मुख से
बकरे का भोजन
तो पेड़ पौधे ही हे
मनुष्य का बकरा नहीं
ना मंत्री जी आये
ना बकरा आया
ना बकरे ने खाया
ना मंत्री जी ने खाया
पेड़ का पौधरोपण किया
पेड़ का संरक्षण भी किया इसलिए पेड़ बढ़ पाया
कल और बढ़ेगा
सब को छाया भी देगा
फल भी देगा
जीवन रक्षक आक्सीजन भी देगा
मन को खुशी, प्रसन्नता, आनंद भी देगा
उसकी डाली पे बच्चे झूलेंगे
जैसे माँ बाप के गले मैं झूलते हैं
अतः जीवन संरक्षण भी करेगा
यही पर्यावरण संरक्षण होगा।