प्रसन्न
प्रसन्न


जीवन को खुश रखना,
है कठिन काम,
करने पड़ते कई उपाय,
तब जाकर बात बन पाए।
अपनी इच्छाएं सीमीत रखें,
न दें उनको बढ़ने,
करें खूब प्रयत्न,
नये नये तरकीब और यत्न।
परंतु न डिगें अपने सिद्धांतों से,
जोर शोर से मुकाबला करें
कठिनाइयों से,
तब कहीं जाकर सुधरेंगे हालात,
जीवन हो जाए कृतार्थ।