परम मित्र जेठा और मेहता।
परम मित्र जेठा और मेहता।
परम मित्र जेठा और मेहता तारक सदैव,
मेहता साहब जेठा के फॉयर ब्रिगेड सदा।
गोकुल धाम में रहने वाले कितने किरदार,
कुछ ख़ूबसूरत तो कुछ बड़े लगते मज़ेदार।
जेठालाल बबीता जी को चाहते हैं ज़्यादा,
उसकी हँसी में बच्चे की हँसी मासूम ख़ूब।
बबीता जी की हँसी ख़ूबसूरत लगती सही,
पोपटलाल की शादी कभी भी होती नहीं।
रोशन सिंह की पार्टी-शार्टी भी होती नहीं,
भिड़े जेठालाल की लड़ाई सदा होती ही।
दया जी का गरबा भी अब दिखता नहीं,
कुछ नये पुराने किरदार लगते हमें सही।