प्रकृति हमें क्या देती
प्रकृति हमें क्या देती
खामोशी से खुशियां देती
छाया देती पानी देती,
आज जो बोया है तुमने
हजार गुना वो वापस देती।
शुद्ध हवा से जीवन देती
सांसों में वह दम भर देती,
ठंड पड़े पावक देती
शीतल हवा सघन देती।
हमें मंद मंद खुशबू देती
स्वस्थ रहो सब फल
देती
बूंद बूंद को ना तरसो तुम,
ऐसा वह सावन देती।
आने वाली पीढ़ी को
एक विरासत फिर देती ,
पंछी जो अब लुप्त हो गए
उनको भी एक सुर देती
प्रकृति हमें जीवन देती।