परिश्रम की सफलता
परिश्रम की सफलता
पग और पथ साथ नहीं
किस्मत का सामना अपने हालात नहीं
अपनो का भी साथ नहीं
मेहनत का मिलता प्रसाद नहीं
शायद उसको हम याद नहीं
सफलता लेनी समय के बाद नहीं
हौसले होने देंगे खाक नहीं
हम किस्मत के मजबूर नहीं
हार हमें मंजूर नहीं
सफलता हमसे दूर नहीं
है विश्वास गुरुर नहीं
जब है विश्वास मंजिल है पास
तो कैसे दूर होगी हमसे मेरी आस
मेहनत है कोई सुरूर नहीं
है दीवानगी कोई मखलूक नहीं
है हथियार मनोबल बंदूक नहीं
है मन के राजा मजदूर नहीं
है मजबूत विश्वास का धागा
टूटेगा नहीं हौसलों का इरादा
मजबूत है हौसला
संकल्प है फैसला
मेहनत के साथ जोगी बनकर मैं चला
है असफलता भी स्वीकार हमें
ना रह जाए हार अनजान हमसे
क्योंकि घबराने लगी है हार भी हमसे
भागने लगी है तू अपनी हार के डर से
हार छुप गई है हमारे बार से
तेरा बार है हमारा मनोबल तलवार नहीं
मिटा दे हौसले ऐसा कोई बार नहीं।