चलचित्र सा ये जीवन है
चलचित्र सा ये जीवन है
चलचित्र सा ये जीवन है ,
चलते जाओ रुकना नहीं।
जीवन का क्रम ही चलन है।
न हो मन फिर भी, नमन है,
बिन मन,मंदिर आगमन है।
न मन फिर भी, नमन है।
नम नहीं है,बही नमन है,
मन से है गर तो मनन है।
न मन फिर भी,नमन है।
तन की शक्ति वस मन है,
तन में ही बसता मन है।
न मन फिर भी, नमन है।
मन करता सर्वत्र भ्रमण है,
मन का ही ये परिभ्रमण है।
न मन फिर भी, नमन है।
मन से सब खनन खनन है,
मन से सब सनन सनन है।
न मन फिर भी नमन है।
मन अच्छा तो ही सुमन है,
बुरा मन कहलाता कुमन है।
न मन फिर भी, नमन है।
यदि आपका पवित्र मन है,
तो दुनिया में तारण तरण है।
न हो मन फिर भी, नमन है।