प्रेम सौहार्द महकाए
प्रेम सौहार्द महकाए
कोई दोस्त मुझको संवारे
कोई तो हमें अपना बनावे !
पग पग पर मित्र सारथी बन जाये
ऐसे दोस्त पर जान कुरबान हो जाएं !
मन के दर्पण में उसका एहसास जगाए
जो बनाए इंसान को सबसे खास बनाए!
युग युग से ये दोस्ती की आती सदाएं ,
देती है अपनों को तहे दिल से दुआएं!
मन के आईने में दोस्ती की रचनाएं
कोई दोस्त की दिल से ले लें बलाएं !
दुःख सुख का मित्र हमराज बन जाये
तो मन में एक दुज़े के सदा गुण गाएं !
ऐसे दोस्त पर जान हमारी कुरबान जाए
मन के दर्पण में एक एहसास मुस्कुराए!
जीवन की रीत अजब सी बन जाए
कौन कब किसके दिल को भा जाए !
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
आँखों को जो पूरकश सुकून दे जाये
तो लख लख उसको सलाम कर जाए!
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
ऐसे दोस्त पर जान कुरबान हो जाए
मन के दर्पण में उसका एहसास कराए!
दोस्ती बढ़ती रहे औ जीवन जगमगाए
उजागर हो सबकी हृदय की संवेदनाएं!
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
दोस्ती का सफर यूँ ही आगे बढ़ता जाए
दोस्त अगर साथ बैठकर गाए गुनगुनाए!
कोई खुद रुठे और फिर खुद मान जाये
तो एक दोस्त ही दूसरे दोस्त को मनाए !
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
दोस्त का साथ ना दूसरे से छुट जाए
दोस्त सबसे लगे प्यारा और मुस्कुराए!
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
दोस्ती में खुशियों का एक संसार समाए
ऐसे दोस्त पर जान कुरबान हो जाए !
दोस्ती के रंग में महका जीवन हो जाए
दोस्ती के राह में पल पल फूल बिछाए!
कोई दोस्त अगर सदा साथ निभाये
मन में प्रेम सौहार्द का निखार लाये !
