प्रेम-एक अहसास
प्रेम-एक अहसास
खुशियां जो मिली हमें, दें हम उन्हें एक फ्रेम,
अनवरत मिलती रहें, इस हेतु करते रहें प्रेम।
भावनाओं पर ध्यान दें, सब विचारों को मान दें,
त्रुटि का जो कराए भान, उनको पूरा सम्मान दें।
सद्गुणों पर करें विचार, सत्कर्मों पर ही कान दें,
जो तुम्हें सुधारता नजर आए, अधिक उससे करें प्रेम।
बुराईयां कभी चुभें नहीं, ये तो हमें सुधारेंगी,
ये तो कर्कश रेत है, जो हम में चमक लाएंगी।
प्रशंसा मद से बचे रहें ,ये हममे अहंकार लाएंगी।
झूठ से बचे रहें , करें प्रेम - करें प्रेम ,बस प्रेम-प्रेम।
