अपशब्द अपवाद कहकर कुछ व्यक्ति पाएं अनैतिक आनंद। अपशब्द अपवाद कहकर कुछ व्यक्ति पाएं अनैतिक आनंद।
भावनाओं का समंदर उमड़ने लगा सपनों का नया घरौंदा बसने लगा सोचा अब खिल खिलाऊंगी जो गीत लबों त... भावनाओं का समंदर उमड़ने लगा सपनों का नया घरौंदा बसने लगा सोचा अब खिल खिलाऊ...
मैं बंजर सा जमीं हूँ जाना तू लहराती सरसों पीली है मैं बंजर सा जमीं हूँ जाना तू लहराती सरसों पीली है
कमल सरोवर में ही, क्यों दहके । कमल सरोवर में ही, क्यों दहके ।
बुराईयां कभी चुभें नहीं, ये तो हमें सुधारेंगी, ये तो कर्कश रेत है, जो हम में चमक लाएं बुराईयां कभी चुभें नहीं, ये तो हमें सुधारेंगी, ये तो कर्कश रेत है, जो हम में ...
हमारे तरकशों में केवल अभद्र शब्दों के बाण सारे रह गये हमारे तरकशों में केवल अभद्र शब्दों के बाण सारे रह गये