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Mrs. Mangla Borkar

Classics Children

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Mrs. Mangla Borkar

Classics Children

पिकनिक

पिकनिक

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पढ़ते - पढ़ते सब गये ऊब।

सोचा खेलें - कूदें खूब।


बस में रखकर सब सामान।

पहुँच गये इन्दिरा उद्यान।


ऊधम खूब मचाने के हित।

चाट - पकौड़े खाने के हित।


दौड़ - धूप कर सबकुछ देखा।

कुछ भी नहीं बचा अनदेखा।


सब बच्चों ने खेला खेल।

चढ़ कर घूमे छोटी - रेल।


गाकर कविता - गीत सुनाया।

बात - बात में बहुत हँसाया।


मेल रहा आपस में तगड़ा।

कोई नहीं लड़ाई - झगड़ा।


एक संग मिल खाना खाया।

बड़ा मजा पिकनिक में आया।


करते बात-बाय अरु टा - टा।

सुखद रहा यह सैर - सपाटा।


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