पहला प्यार
पहला प्यार
सुबह उठूं तो तुम्हें देखना चाहूँ
रातों को तुम्हें सोचते सो जाऊं
किसी भी बात हो में तो तुम्हारी बात ही करूं
तुम्हें पाने के खातिर खुदा से भी लड़ जाऊं
हर एक चेहरे में में तेरा चेहरा देखूं
पर तुझे में हमेशा अपने दिल में ही रखूं
क्या दूं इस प्यार का नाम अब तू ही बता
तेरे बगैर इस दुनिया में हर खुशी भी है सजा
खुशी है मुझे की मैंने तुझको ही पाया
तेरे बगैर न चाहूं में दूजा
प्यार नहीं तुम्हारी पूजा करते हैं
दिल में तुम्हारे मंदिर बनाई हैं।

