फैंटेसी
फैंटेसी
इंसान से ज्यादा वफादार है वो,
हर पल जताता प्यार है वो।
इंसान ना मालिक है ना कुत्ता गुलाम,
फिर भी इंसान के पीछे दुम हिलाता सुबह शाम।
गेम में है मचाता धमाल,
इसकी सुनने की शक्ति है कमाल।
जानवर के साथ रिश्ता है अनोखा,
जो कभी देता नहीं धोखा।
तू समझदार भी है,
लाता सुबह अखबार भी है,
ना जाने क्यों लोग बोलते तुझे बेकार भी है।
इंसान चाहे रोटी का टुकड़ा ना डालें,
पर ये जानवर डूबते को भी पानी से बचा ले।
मुश्किल में दोस्त साथ नहीं निभाता,
इंसान के साथ कुत्ता भी आंसू बहाता।
इंसान से ज्यादा वफादार है होता,
बैड होते हुए भी वह पैरों में सोता।
कुत्ता काटे एक को तो इंसान समझें सभी को हैवान,
जबकि इंसान दे रोटी एक को तो कुत्ता समझें सभी को भगवान।