फाँसीवाद के खिलाफ
फाँसीवाद के खिलाफ
मैं कुछ भी कहूं
तुम्हें उस पर बोलने का
अधिकार है।
मैं कुछ भी लिखूं
उस पर तुम्हारा
लिखा स्वीकार है।
पर तुम यह कहो
सत्य यही है
मुझे यह अस्वीकार है।
मैं कुछ भी कहूं
तुम्हें उस पर बोलने का
अधिकार है।
मैं कुछ भी लिखूं
उस पर तुम्हारा
लिखा स्वीकार है।
पर तुम यह कहो
सत्य यही है
मुझे यह अस्वीकार है।