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Nitu Rathore Rathore

Abstract

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Nitu Rathore Rathore

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जरूर आएगा

जरूर आएगा

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मुझे आरजू बताने तो वो जरूर आएगा

कोई गुफ्तगू सुनाने तो वो जरूर आएगा।


कुछ हादसो से शहर में हलचल हो गई

मेरी नींदे उड़ाने तो वो जरूर आएगा।


जरा बेखबर हूँ के एक उमर बीत गई

अपना जलवा दिखाने तो वो जरूर आएगा।


कोई नूर से सजा देना बस मेरे

मन को

इक रोज कुछ लुटाने तो वो जरूर आएगा।


कैसे लिखूँ कुछ उलझे हुए सवालात है

एक बार कलम चलाने तो वो जरूर आएगा।


मैं उससे इस अंदाज में रूठूँगी देख लेना

मोहब्बत मुझसे निभाने तो वो जरूर आएगा।


उसे खोने से डरने लगी है "नीतू" बहुत

इश्क़, वफ़ा सिखाने तो वो जरूर आएगा।


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