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Sanjay Mehta - Bhopal

Abstract

2.5  

Sanjay Mehta - Bhopal

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भेड़ बकरी

भेड़ बकरी

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भेड़े और बकरियां

सड़क पर हैं

अदृश्य है

हांकने वालाl


हां की जा रही है उस ओ र

जहां चारा तो क्या

पानी भी नहीं है

मौत लाजमी है

भेड़ बकरियों कीl


पर सवाल है

इतनी संख्या में भेड़ों का होना

खतरनाक भी है सभ्यता के लिए।


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