"पावन अयोध्या धाम"
"पावन अयोध्या धाम"
लहर-लहर लहरायें सखी री,
अपनों जो झण्डा केसरिया।
भारत के गुन गाओ सखी री,
अपनों जो झण्डा केसरिया।
मुश्किल से हमने आजादी पाई,
कइयों ने अपनी जवानी खपाई।
उनकी करें हम याद सखी री,
अपनो जो झण्डा केसरिया।
लहर--------
आओ हम सब जश्न मनायें,
रामलला के गुन हम गायें।
अब बन है मंदिर विशाल सखी री,
अपनो जो झण्डा केसरिया।
जद्यपि सब बैकुण्ठ बखाना,
वेद, पुरान विदित जग जाना।
अवधपुरी सम प्रिय नहीं सोऊ,
यह प्रसंग जानइ कोऊ-कोऊ।
पावन अयोध्या धाम सखी री,
झण्डा जो अपनो केसरिया।
लहर-------
हम सब हिल-मिल पूजन करेंगे,
गिले शिकवे सब दूर करेंगे।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
भारत माता सच्ची माई।
संस्कृति हमारी बेमिसाल,
सखी री झण्डा हमारो केसरिया।
लहर-------
