ओ मेरे हमसफर
ओ मेरे हमसफर
मेरे हमसफर जो साथ हो मेरे जिंदगी भर के लिए,
कभी दुःख में, कभी सुख में हमेशा साथ रहे मेरे,
एक दूसरे का साथ हो तो अच्छा या बुरा वक्त भी गुजर जायेगा..
पर कोई ऐसा हो अपना, जो कभी ना बदले जिंदगी में,
चाहे जैसा भी हो सफर..
ओ मेरे हमसफर हमेशा मेरे साथ रहना जिंदगी-भर।
चाहे मुझ से प्यार करो या ना करो पर मेरी माँ की हमेशा इज्जत करना,
और मेरे परिवार से बहुत प्यार करना।
तुम मुझे अपनाये या ना अपनाये मेरी शरारतों और नखरे के संग,
पर मेरे साथ हमेशा खड़े रहना हर पल।
तुम हंस पड़ना मेरी नादानियों पर,
जो समझाये मुझे प्यार से मेरी गुस्ताखियों पर।
अपना समझें मेरे हर नुक्स और खूबी को,
चाहे जैसी हो हरकतें मेरी।
मेरा साथ निभाये उम्र भर
एक हमसफर, एक हमसफर
एक हमसफर, एक हमसफर!
जिंदगी के पन्ने लिखते लिखते, आयेगा एक मुकाम ऐसा भी
के अब थक चुकी होउंगी मैं भी..
अब ना ज्यादा पन्ने बचे होंगे,
ना हाथो मे कलम पकड़ने की ताकत,
उस वक्त भी जो बने रहे मेरी लाठी,
जो बने रहे मेरा जीवनसाथी..
एक हमसफर, एक हमसफर
एक हमसफर, एक हमसफर!
जो हंस पडे मेरे सुर्खियों भरे चेहरे को देख कर,
जो सुकून पाये मेरे थरथराते हाथ देखकर,
चाहे जैसे भी हो हालत मेरी,
वो चाहे मुझे हद से बढ़कर।
जो साथ निभायेगा मेरा जिंदगी भर..
एक हमसफर, एक हमसफर!