नूतन वर्ष
नूतन वर्ष
आने वाला नववर्ष है देखिए,
आशा और उमंग भरेगा
जो कुछ छूटा पिछले वर्ष में,
उस कमी को पूरा करेगा।
जिन युवाओ को रोजगार नही,
नए साल रोजगार मिलेगा।
चिंता - फिक्र सब होगी खत्म,
नववर्ष नए आयाम गढ़ेगा।
जिनके सिर पर छत नही है,
उनको शायद बंगला मिलेगा।
भुखमरी से ना मरेगा कोई,
पेट सबका जरूर भरेगा।
तेल- गैस की ना किल्लत होगी,
बढ़ते दामों पर रोक लगेगा।
नही बढ़ेंगें अपराध देश में,
इन सब पर नकेल कसेगा ।
सुखमय होगा जीवन सबका,
दु:खों से सबका किनारा होगा।
बदलते रहेंगें मौसम सदा ही,
नववर्ष केवल एक दिन ही रहेगा।