STORYMIRROR

Sunayana Borude

Romance

2  

Sunayana Borude

Romance

नशा...तेरा..

नशा...तेरा..

1 min
206

पैमाने मे जब मै

तेरा हुस्न मिला के पी जाता हूँ

तो जाम का नशा नहीं

तेरी कातिल निगाहों का जहर 

चढ जाता है...

मुझे इश्क़ मे देख 

मगरुर इतना..

वो चाँद भी तेरे दीदार के लिये तरसता है!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance