नंदन सम संसार बनाएंगे
नंदन सम संसार बनाएंगे
सोच समझ ही निज जीवन में ,
हम लेंगे अपने सारे फैसले।
अगर सफलता मिल न सकी,
तो भी कभी न तोड़ेंगे हौसले।
लक्ष्य प्राप्त होने तक रखेंगे जारी
सतत् हम अपने नियोजित प्रयास।
अनुशासन धीरज कभी न छोड़ेंगे
खुद पर हम रखेंगे अटल विश्वास।
उठो जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक
न रुको और कभी न होओ मंद।
लगभग ऐसा ही संदेश हमें दे गये
हैं परम पूज्य स्वामी जी विवेकानंद।
सदा बिन तनाव के हम अनासक्त रह
सानंद करते रहेंगे अपना पूर्ण प्रयास ।
सफलता फिर भी न मिली तो मानेंगे,
परमेश्वर की योजना होगी कुछ खास।
शक्तिपूर्ण ये अपना तन और मन है
परमपिता प्रभु का एक अद्भुत उपहार।
इस जगत में तो हमें सदा ही रखना है
शुचितापूर्ण निज आचरण और व्यवहार।
ईश कृपा पर रखकर हम अटल भरोसा,
अपने आप में करते रहेंगे सतत् सुधार।
बॅंटा के गम हम बांटेंगे जो निज खुशियां,
स्वर्ग के नंदन सम बन जाएगा ये संसार।