" नमन माँ सावित्री "
" नमन माँ सावित्री "
देवी सचमुच विद्या की ,सच में मात समान
नमन माँ सावित्री फुले,बनी नार की शान
बनी नार की शान ,स्कूल कन्या खुलवाया
स्वयं बनी वो शिक्षक,साथ फातिमा लगाया
खूब बढाया मान ,कहें उसे महादेवी
शीश झुकावें रोज ,नमन हो सचमुच देवी।