नायक
नायक
जिंदगी का नायक वह नहीं जो जिंदगी से भगाता है
तुम्हारा नायक वह है जो हमें जीना सिखाता है
नायक का मतलब यह नहीं कि वह कोई हीरो है
नायक वह होता है जो हमें कुछ न कुछ सिखाता है
जिससे हमारी अपेक्षा ही कुछ ज्यादा है
जो हमारे जीने की राह बताता है
नायक जिंदगी का वह हिस्सा है
जो हमारी जिंदगी का हमारी का बढ़ चढ़कर हिस्सा है
ने क्या खूब कहा है नायक कब खलनायक बन जाए यह किसी को नहीं पता
जिंदगी का हर एक रुप है नायक का अपना ही स्वरूप है।