"नारी"
"नारी"
नारी इतनी महान है,
नारी इतनी महान है।
रात-दिन तू कर्म है करती,
दोनों कुलों की शान।
सच्ची मां, सच्ची मां,
तू है बेटी महान।
सारे जग में ढूंढ़ के देखो,
तुम सा न दूसरा आज।
नारी की महिमा गाते,
गीता, मानस और पुराण।।
नारी इतनी महान है,
नारी इतनी महान है।
रात-दिन तू कर्म है करती,
दोनों कुलों की शान।
सच्ची मां, सच्ची मां,
तू है बेटी महान।
सारे जग में ढूंढ़ के देखो,
तुम सा न दूसरा आज।
नारी की महिमा गाते,
गीता, मानस और पुराण।।