*नारी*
*नारी*
नारी को देवी माना जाता है,
मनुस्मृति में लिखा है "नारी तमे नारायणी।
रक्षा मंत्रालय देवी दुर्गा के पास जाता है,
सरस्वती देवी के पास जाता है शिक्षा मंत्रालय,
धन मंत्रालय देवी लक्ष्मी के पास जाता है।
यदि ऐसा हो, तो गुप्त रूप से कन्या भ्रूण हत्या क्यों जारी है।
क्यों हर कोई नकाब पहनकर अपना पितृसत्तात्मक चेहरा दिखाता है?
लड़कियों की आवाज क्यों दबाई जाती है? क्या वे स्वतंत्र हैं, सच में!
शादी के बाद पढ़ाई नहीं, शादी के बाद जींस नहीं, क्या ये इस संस्कृति के खिलौने हैं?
हम केवल उनके बारे में लिख रहे हैं लेकिन इस अराजकता में सक्रिय रूप से भाग नहीं ले रहे हैं।
अपने विचार बदलो, दुनिया बदलो।
मेरी माँ भी एक महिला है, वह हमारी गुरु है, मेरे पिता भी इसे स्वीकार करते हैं, वह गृहिणी है।
क्या आप इसे बदलने के लिए उत्सुक हैं? फिर इसे जल्दी से बदलो, पहले ही हमने लाखों साल बर्बाद कर दिए।