Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Manoj Kumar

Romance Action

4  

Manoj Kumar

Romance Action

न तुम थे, न हम थे

न तुम थे, न हम थे

1 min
246


जो बीत गई पुरानी कहानियां।

इश्क़ के साए में पड़े थे।

कभी तालियां बजाते थे, खुशी के नगमों पर।

कभी सिसक सिसक कर रो लेते थे, अपने ही सोच पर।


अनजान थे वो सफ़र में कोई न मिला।

घुट घुट कर टेक दिए घुटने को, वो दे गया सिला।

छोड़ दिए उन राहों को जो ज़ख्म के प्याला भरा।

अब नहीं लौट सकते जिंदगी बनी हरे से खरा।


न कसूर था मेरा, न कसूर था तेरा।

समय ही सब कुछ कर दिया।

कमजोर दिल था, बेतर जिंदगी थी।

कुछ कहने से पहले गलतियां कर दिया।


तुम छोड़ दो उन किश्तियों को, जो समंदर में डूबी हुई है।

अब साथ नहीं देगी अपने बांहों में,

वो पहले से ही रूठी हुई है।

कांटे से प्यार करते थे, फूलों के ख़ुशबू कैसे पाएंगे।

अब नहीं करो कुछ ऐसी बातों को,

नहीं तो रात दिन रुलाएंगे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance