मवाली मत बन जाना
मवाली मत बन जाना
खांसी लगती बन्दूक सी, छींक अब लगती गाली।
बुख़ार भी साथ में ,लो बन गये भैया मवाली।
भाग जाता मोहल्ला सारा , छींके ग़र भाई।
कोई फ़ोन कर देगा सी एम ओ को ,
फ़ोर्स भी लेने आयी, मोहल्ले में रुतबा होगा।
बच कर रहो भैया इससे , हर कोई कहता होगा।
पते की इक बात सुनो ।
दूर दूर से करो प्रणाम , पैर को न हाथ लगाना।
हाथ धोना हर बार , जब लौट के वापिस आना।
मुँह पर मास्क लगाना, देखो न मवाली बन जाना।