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मुस्कान

मुस्कान

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किसी शख्स की मुस्कान

दिल मे भर देती है जान

आँसू भी हंसने लगते है

जब दिखती है

वो फूलो की दुकान

किसी शख्श की मुस्कान

दिल मे भर देती है जान


शोले भी फ़ूल बन जाते है

अँगारे भी मित्र बन जाते है

जब दिखता है चेहरा उसका,

हो जाता है,इस दिल मे

फ़िर से आंनद -बाण सन्धान


वो बना है, मेरे लिये

फूल खिला है, मेरे लिये

उनकी नज़र होते ही,

ये रेगिस्तान हो जाता है,

गुलिस्तान

किसी शख्श की मुस्कान

दिल मे भर देती है जान


सोचता हूं,

मानता हूं,

में बड़ा ख़ुशनसीब हूँ

मुझे अनायास ही मिला है,

ऐसे कोहिनूर का दान

किसी शख्स की मुस्कान

दिल में भर देती है जान।


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