मुन्नू की अम्मा उर्फ मिसेज शर्मा
मुन्नू की अम्मा उर्फ मिसेज शर्मा
मुन्नू की अम्मा
अब मिसेज शर्मा हों गई है
अगला कमरा अब
ड्राइंगरूम हों गया है
मुड्डे फेंक दिये गये हैं
सोफा और दीवान सज गये हैं
भारी पर्दों से घिरे रूम में
हल्की रोशनी में
संगीत की स्वर लहरी
मिसेज शर्मा की मुस्कराहट लहरी
गर्व से भरी / दर्प से सजी
अब वह मोहल्ले की औरतों से नहीं बतियाती
क्लब और बालरूम डांस से नहीं घबराती
क्योंकि उनके पति बड़े अफसर हों गए है
आदमी कम साहब ज्यादा हो गए हैं.