Rajan Patekar
Romance
एक अरसा हो गया है खुद से मिले हुए
बात कुछ यूँ है कि, उनसे अब मुलाक़ात भी तो नहीं होती !!
ख़फ़ा
उम्मीद
बर्फीली पहाड़...
तलब
बारिश
मुसाफिर
बंजारा
सुकून
अगर
कुछ पल ख़ुद क...
और वो वक़्त के साथ ही चली गयी, और मेरी अधूरी कहानी फिरसे अधूरी रह गयी ! और वो वक़्त के साथ ही चली गयी, और मेरी अधूरी कहानी फिरसे अधूरी रह गयी !
जगमगाता आकाश, बिछा दिया सितारों का जाल। जगमगाता आकाश, बिछा दिया सितारों का जाल।
निक्टर प्रेमवासना की दिव्य कली है! निक्टर प्रेमवासना की दिव्य कली है!
हृदय क्षितिज में घर्राते बादल, गर्जना छोड़ , बरसात बरसा। हृदय क्षितिज में घर्राते बादल, गर्जना छोड़ , बरसात बरसा।
मेरी नज़रों के घेरे से वो कभी बच नहीं पाई, मेरी नज़रों के घेरे से वो कभी बच नहीं पाई,
कोई फिर से प्यार के वही लम्हें जीना चाहता है। कोई फिर से प्यार के वही लम्हें जीना चाहता है।
साथ तेरा हो हाथ तेरा हो , जीवन से कोई ग़िला नहीं । साथ तेरा हो हाथ तेरा हो , जीवन से कोई ग़िला नहीं ।
अब मैं बताता भी तो क्या बताता अब बताने को ज्यादा कुछ। अब मैं बताता भी तो क्या बताता अब बताने को ज्यादा कुछ।
वो बिंदू तो शायद मैं भी वहीं छोड़ आया था बारह बरस पहले सरयु के किनारे। वो बिंदू तो शायद मैं भी वहीं छोड़ आया था बारह बरस पहले सरयु के किनारे।
अभी भी उसी प्यार से देखा उसने गुलाबी-गुलाबी सा मौसम हुआ है। अभी भी उसी प्यार से देखा उसने गुलाबी-गुलाबी सा मौसम हुआ है।
उदासियों का कर के आलिंगन, ले लो सुबह सवेरे अंगड़ाई। उदासियों का कर के आलिंगन, ले लो सुबह सवेरे अंगड़ाई।
पर मेरे लिए तो ये कल ही हुए किसी हादसे जितना ताज़ा है। पर मेरे लिए तो ये कल ही हुए किसी हादसे जितना ताज़ा है।
'नही चाहिए था कोई तीसरा , मुझे हम दोनों के बीच। पर तू भी यही सोचे, ये जरूरी तो नहीं।' प्यार में प्रे... 'नही चाहिए था कोई तीसरा , मुझे हम दोनों के बीच। पर तू भी यही सोचे, ये जरूरी तो न...
एक लड़की थी जो सिर्फ मेरे लिये ही तो बनी थी। एक लड़की थी जो सिर्फ मेरे लिये ही तो बनी थी।
न लिखूँ कोई शेर, कविता, न बहाऊं अब कोई गीतों की सरिता, गजलों की दुनिया से रिश्ता तोड़ दूँ, न लिखूँ कोई शेर, कविता, न बहाऊं अब कोई गीतों की सरिता, गजलों की दुनिया से ...
इन आँखों के साथ, इन आँखों से देखने की हिम्मत भी दो। इन आँखों के साथ, इन आँखों से देखने की हिम्मत भी दो।
इक बंजारे के दिल की आवाज़। इक बंजारे के दिल की आवाज़।
ख़त लिख रहा हूं, जिंदगी विरान है। ख़त में भरता हूं अक्स, ख़त लिख रहा हूं, जिंदगी विरान है। ख़त में भरता हूं अक्स,
इन लफ़्ज़ों में छुपाए हैं मैंने बस और नहीं कुछ अब कहना चाहती हूं। इन लफ़्ज़ों में छुपाए हैं मैंने बस और नहीं कुछ अब कहना चाहती हूं।
'गुस्सा में क़यामत है, और शरमाये तो करामात है, दो आँखों में हज़ारों अदाएं, और सबमे अलग बात है !' एक खु... 'गुस्सा में क़यामत है, और शरमाये तो करामात है, दो आँखों में हज़ारों अदाएं, और सबमे...